Saturday, July 29, 2017

😃 वाह रे टमाटर 😃

😃 वाह  रे टमाटर 😃


😃 वाह  रे टमाटर 😃


मारा मारा जो फिरा,  गलियों में बेहाल।
वही टमाटर हो गया, देखो मालामाल ।।


सड़कों पर फैंका गया ,जैसे कोई अनाथ ।
नहीं टमाटर आ रहा ,आज किसी  के हाॅथ ।।


भाव टमाटर का हुआ ,अब अस्सी के पार ।
अच्छे अच्छे देखकर,टपका रहे हैं लार ।।

विना टमाटर के नहीं,अच्छी लगे सलाद  ।
भोजन का बेकार सब ,विना टमाटर स्वाद ।।

 विना टमाटर के लगे ,घर का फ्रिज बेकार ।
जैसे साली के विना ,लगती है ससुरार ।।

एक टमाटर सूॅघ कर ,दिल भर लेते आज ।
विना टमाटर रो रही ,फुसक फुसक कर प्याज ।।

जब सड़ते थे टमाटर ,तब ना समझा मोल ।
आज टमाटर हो गया ,साब किचिन से गोल ।।

आनंदित हों आप सब ,देख टमाटर लाल ।
विना टमाटर खाईये ,अब अरहर की दाल।।

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