Monday, December 31, 2012

अम्लपित्त से कैसे बचे (How to avoid Acidity?)

अम्लपित्त से कैसे बचे 
(How to avoid Acidity?)

देर तक भूखे रहना, फ़ास्ट फ़ूड, मिर्च व मसाले वाला खाना, तला हुआ भोजन, कम पानी पीना एवं आसीन जीवन शैली अम्लपित्त होने के प्रमुख कारक हैं । सीने में जलन, मुंह व गले में खट्टापन अम्लपित्त के प्रमुख लक्षण है|
अकसर एलोपैथी दवाइयों का लम्बे समय के प्रयोग भी अम्लपित्त को बढाता है ।
अम्लपित्त से साधारण और प्राकृतिक तरीकों से छुटकारा पाया जा सकता है
 
भोजन पश्चात् लॉन्ग चूसने से अम्लपित्त से आसानी से छुटकारा मिल सकता है।
 
पपीता अम्लपित्त रोगी के लिए बहुत लाभकारी है । यह पाचन को दुरस्त तो करता है एवं पित्त, वा नाशक भी है ।

अनार का रस, मौसमी, अंगूर, सौंफ भी अमाशय की रस प्रक्रिया को बढावा देते है और अम्लपित्त के लिए नाशकारी हैं ।

अम्लपित्त रोगी को चाय का सेवन, ज्यादा मसाले वाला भोजन, मांसाहारी और तला हुआ खाना, मदिरा आदि का सेवन बंद कर देना चाहिए । 

ज्यादा देर तक भूखे न रहें । दिन में 4-5 समय थोडा-थोडा भोजन करें । सुबह एवं रात्रि भोजन के पश्चात् सैर अवश्य करें । 

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