हिचकी से छुटकारा
हिचकी को अक्सर 'कोई याद कर रहा है ' से जोड़ कर देखा जाता है । लगातार हिचकी आना एवम इसका न रुकना एक तरह से हिचकी रोग की निशानी मानी जाती है । जब शरीर की तंत्रिकाएं उत्तेजित होकर जरूरत से ज्यादा सिकुड़ जाती हैं, तब हिचकी का रोग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है।
उपचार: प्राकृतिक चिकित्सा से हिचकी को ठीक किया जा सकता है
१. जब हिचकी आए तो उस समय एक गिलास गुनगुना पानी पीने से यह रोग ठीक हो जाता है।
२. पेट की सिंकाई तथा पेट पर ठंडे लपेट का प्रयोग भी उपचार में सहायता करता है ।
३. हिचकी आने पर लम्बी तथा गहरी सांस लेनी चाहिए जो हिचकी बंद होने में सहायक होती है।
४. हिचकी आने पर १ चम्मच चीनी या शहद का सेवन करने से यह रोग तुरंत ठीक हो जाता है।
५. बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े को मुंह में रखकर चूसने से हिचकी आना बंद हो जाती है।
६. छोटी इलायची और तुलसी के पत्तों को एकसाथ पीसकर पानी में मिलाकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है। इस मिश्रण को एक गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच शहद डालकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है।
७ ज्यादा हिचकी आने वाले व्यक्ति खाने के बाद 2-3 लौंग को चबाकर उसके ऊपर पानी पिए। ऐसा करने से हिचकी के रोग से छुटकारा मिल सकता है।
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